Aurat Ki Namaz ka Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
अस्सलामु अलैकुम! अगर आपको "Aurat Ki Namaz ka Padhne Ka Sahi Sunni Tarika" के बारे में पूरी जानकारी चाहिए तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं।
हमारी वेबसाइट में आपको महिलाओं की नमाज, Salah , रकात, समय, Method , असर प्रार्थना, ईशा सलाह, फजर सलात, शबे, फज्र सोलात, फजर, मगरिब Salat , जौहर Solat , Step by Step in Hindi पूरी तफसील मिलेगी।
आप जानेंगे कि नमाज कैसे पढ़ी जाती है, खून की कितनी मात्रा होती है, फर्ज Namaaz कैसे पढ़ी जाती है, रुकू और सजदे में क्या पढ़ा जाता है और Prayer पढ़ने के बाद क्या करना चाहिए।
मेरा नाम इरफान शेख है और मुझे ब्लॉगिंग का कई साल का अनुभव है। मैं आपके लिए फ्री informative और educational topics share करता हूँ।
AURAT-O Ki Namaz ka Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
1. Namaz Ki Tayyari
- तहारत (वुज़ू या ग़ुस्ल)
- वुज़ू या ग़ुस्ल करना ज़रूरी है।
- जिस्म और कपड़े साफ होने चाहिए।
- सही कपड़े
- पूरा जिस्म ढका होना चाहिए, सिर्फ चेहरा, हाथ और पांव खुले होने चाहिए।
- दुपट्टा या चादर से ढकना जरूरी है।
2. Aurto Ki Namaz Ki Niyat Ka Tarika
- दिल में नीयत करें: "मैं अल्लाह के लिए दो रकात नमाज़ पढ़ती हूँ।"
- इस तरह से भी जबान से नियत कर सकते हैं : "नियत करती हूँ मैं फज़र की 2 रकात फ़र्ज़, वास्ते अल्लाह ताला के लिए, मुँह मेरा काबा-ए-शरीफ के तरफ, अल्लाह हु अकबर। "
- (यहाँ हम फज़र की फ़र्ज़ नमाज़ का एक्साम्प्ले लिए हैं आप इसके जगह कोई भी वक़्त की नमाज़ का नाम लेंगें और अगर फ़र्ज़ की जगह सुन्नत, नफिल हैं तो इसका जीकर करेंगे। )
3. Pehli Rakat
तकबीर-ए-तहरीमा
- हाथ सीना तक उठायें, "अल्लाहु अकबर" कहें।
- हाथ को दुपट्टे के अंदर ही बांधें, दाईयां हाथ बाएं हाथ के ऊपर।
सना
- "सुभानकल्लाहुम्मा वा बिहम्दिका, वा तबारकस्मुका, वा ता'आला जद्दुका, वा ला इलाहा ग़यरुका।"
क़िरात
- सूरा अल-फ़ातिहा पढे़ं।
- फिर कोई और सूरह, जैसे सूरह अल-इखलास।
रुकू
- "अल्लाहु अकबर" कहें और झुक जाएं।
- हाथ घुटनों तक पोछने तक झुकें। हाथ की उंगलियाँ घुटनों पर बाँधें। "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन मर्तबा पढ़े।
क़ौमा
- "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" कहें और सीधा खड़े हो जाएँ।
सजदा
- "अल्लाहु अकबर" कहें और सजदा में जाएं।
- पहला सजदा करें, "सुभाना रब्बियाल अला" तीन मर्तबा पढ़ें। बैठन के लिए दोनो पांव को दायनी तरफ ले जाएं। फिर दूसरा सजदा करें।
4. दूसरी रकात - Dusri Rakat
तकबीर
- "अल्लाहु अकबर" कहें और उठकर खड़े हो जाएं।
क़िरात
- सूरा अल-फ़ातिहा पढे़ं।
- फिर कोई और सूरह, जैसे सूरह अल-इखलास।
रुकू
- "अल्लाहु अकबर" कहें और झुक जाएं।
- हाथ घुटनों तक पोछने तक झुकें। हाथ की उंगलियाँ घुटनों पर बाँधें। "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन मर्तबा पढ़े।
क़ौमा
- "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" कहें और सीधा खड़े हो जाएँ।
सजदा
- "अल्लाहु अकबर" कहें और सजदा में जाएं।
- पहला सजदा करें, "सुभाना रब्बियाल अला" तीन मर्तबा पढ़ें। बैठन के लिए दोनो पांव को डायन तरफ ले जाएं। फिर दूसरा सजदा करें।
5. तशह्हुद - Tashahhud (Qaida)
- दूसरे सजदे के बाद बैठ जाएँ।
तशह्हुद:
- "अत्तहियातु लिल्लाहि वा सलावतु वत तय्यिबत। अस्सलामु अलैका अय्युहान नबीयु वा रहमतुल्लाहि वा बरकातुहु। अस्सलामु अलैना वा अला इबादिल्लाहिस सालेहिन। अश्हदु अन ला इलाहा इल्लल्लाहु वा अश्हदु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहु वा रसूलुहु।"
दुरूद इब्राहीम:
- "अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मदीन वा अला आली मुहम्मदीन काम सल्लैता अला इब्राहीमा वा अला आली इब्राहीमा इन्नाका हमीदुम मजीद। अल्लाहुम्मा बारीक अला मुहम्मदीन वा अला आली मुहम्मदीन काम बरकता अला इब्राहीमा वा अला आली इब्राहीमा इन्नाका हमीदुम मजीद।"
दुआ:
- "रब्बाना अतीना फ़िद-दुन्या हसनतन वा फ़िल-अख़िरती हसनतन वा क़िना अदहबन-नार।"
सलाम
- दहिनी तरफ़ से मुन्ह फेर कर "अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह।"
- बयिनी की तरफ से "अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह"
6. Namaz Ke Baad Ki Dua
- अस्तगफिरुल्लाह तीन मर्तबा. अल्लाहुम्मा अन्तस-सलामु व मिनकस-सलामु तबारकता या ढाल-जलाली वल-इकराम।
7. औरतों के लिए नमाज़ पढ़ते समय जरुरी पॉइंट्स:
- औरत को अपना पूरा जिस्म ढकना चाहिए, सिर्फ चेहरा, हाथ और पैर खुले रहें।
- नियत करें और "अल्लाहु अकबर" कहते हुए हाथ सीना तक उठाएं, और हाथ को दुपट्टे के अंदर बांधें।
- रुकू में बस इतना झुकना है कि हाथ घुटनों तक पहुंच जाएं, और हाथ की उंगलियां मिला लें।
- सजदे से पहले दोनो पांव को दायनी तरफ ले जाएं और फिर सजदा करें। सजदे में पैठ को रानो से मिलाएं और बाजुओं को ज़मीन पर बिछा दें।
- औरतें नमाज़ आहिस्ता आवाज़ में पढ़ती हैं और घर के किसी कोने में बेहतर है।
AURAT-O Ki Namaz ka Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
हमारी वेबसाइट का मकसद है आपको "औरत की Namaz पढ़ने का सही सुन्नी तरीका" in Hindi से मुतालिक़ मुकम्मल और सही मज़लूमत फराहम करना। आप यहां Salah के हर कदम पर जान सकते हैं, चाहे वह फर्ज Salat हो या नवाफिल।
पूरी Solat कैसे पढ़ते हैं, नमाज में कोन-कोन से आयत पढ़ी जाती है, सब कुछ आसान और साफ तरीके से बयान किया जाता है। Namaaz का सही वक़्त, रकात और उसके बाद की दुआएँ सब आपको मिलेंगी।
इंशाअल्लाह, आपकी Prayer और इबादत का अमल और भी बेहतर होगा। अल्लाह आपकी दुआएं कबूल करे और आपको दोनों जहां में कामयाबी अता करे। इरफान शेख, इस आध्यात्मिक यात्रा में आपका रहनुमा।
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