JANAZE ki Namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
अस्सलामु अलैकुम! हमारी वेबसाइट "Janaze ki Namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika" पर आपको खुशामद है।
यहां हम आपको मैय्यत की नमाज पढ़ने का सही step-by-step तरीका बताते हैं, जो कुरान, हदीस और इस्लामी किताबों पर आधारित है।
चाहे वह जनाज़ा Salat हो या फर्ज Namaj, फजर Salah , जौहर नमाज, असर प्रार्थना, मगरिब Solat , या ईशा सलाह, हर रकात, समय, और दुआ तारीख को आसान और सीधे शब्दों में समझा गया है।
हमारा मकसद है कि आपको मुर्दे की नमाज कैसे पढ़ी जाती है, फर्ज Namaaz कैसे पढ़ी जाती है, और Prayer के बाद क्या करना चाहिए, यह सबकी मुकम्मल मालूमात मिले। मेरा नाम इरफान शेख है और मेरे पास ब्लॉगिंग के कई साल का अनुभव है।
मैं आपको मुकम्मल और सही मालूमात फराहम करता हूं, बिल्कुल मुफ्त, ताकि आप दीन की राह पर आसानी से चल सकें।
JANAZE ki Namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
1. Namaz ki Tayyari
- वुज़ू (स्नान): नमाज़ पढ़ने से पहले वुज़ू करना ज़रूरी है ताकि आप पाक रहें। वुज़ू के बग़ैर नमाज़ मकबूल नहीं होती।
- साफ कपड़े: साफ और पाक कपड़े पहनें। ये ज़रूरी है ताकि आपकी इबादत पाक हो।
- साफ जगह: नमाज पढ़ने के लिए साफ और पाक जगह चुनें। अक्सर जनाज़े की नमाज़ मस्जिद या ईदगाह में पढ़ी जाती है।
- क़िबला: क़िबला की तरफ़ रुख़ करें। मरहूम का जिस्म भी क़िबला की तरफ़ रखा जाता है।
2. Janaze की Namaz ki Niyat Ka Tarika
- नियत: "नियत करता हूँ जनाज़े की नमाज़ पढ़ने की, चार तकबीरों के साथ अल्लाह के लिए, मैं मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़।"
3. Janaze ki Namaz ka Tarika
4. पहली तकबीर - Pehli Takbeer
- तकबीर-ए-तहरीमा: इमाम और सारी जमात दोनों हाथ कानो तक उठाकर "अल्लाहु अकबर" कहें।
- हाथ बांधना: हाथ नाफ के निचे पर बांध लें, दहीना हाथ बाण हाथ पर।
- सना: "सुभानकल्लाहुम्मा वा बिहम्दिका वा तबरकास्मुका वा ता'आला जद्दुका वा ला इलाहा ग़यरुका।"
5. दूसरी तकबीर - Dusri Takbeer
- दूसरी तकबीर: इमाम और सारी जमात फिर हाथ उठाकर "अल्लाहु अकबर" कहें।
- दुरूद शरीफ़: "अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मदीन वा अला आली मुहम्मदीन काम सल्लायता अला इब्राहीमा वा अला आली इब्राहीमा इन्नाका हमीदुम मजीद। अल्लाहुम्मा बारीक अला मुहम्मदीन वा अला आली मुहम्मदीन काम बरकता अला इब्राहीमा वा अला आली इब्राहीमा इन्नाका हमीदुम मजीद।"
6. तीसरी तकबीर - Teesri Takbeer
- तीसरी तकबीर: फिर हाथ उठाकर "अल्लाहु अकबर" कहें।
- दुआ-ए-मगफिरत: "अल्लाहुम्माघफिर लिहैयिना वा मय्यितिना वा शहीदिना वा ग़ैबिना वा सगीरिना वा कबीरिना वा धाकरिना वा उन्थाना। अल्लाहुम्मा मन अह्ययतहु मिन्ना फ़ा अह्यिहि अलल इस्लाम वा मन तवफ़्फ़यतहु मिन्ना फ़ा तवफ़्फ़ाहु अलल ईमान."
7. चौथी तकबीर - Chauthi Takbeer
- चौथी तकबीर: फिर हाथ उठाकर "अल्लाहु अकबर" कहें और हाथ नीचे छोड़ दें।
8. सलाम
- सलाम: फिर इमाम और सारी जमात दोनों की तरफ से सलाम: "अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह।"
9. Namaz ke Baad ki Dua
नमाज़ के बाद मरहूम के लिए दुआ की जाती है:
- "अल्लाहुम्मा इन्नाका अफुवुन तुहिबुल अफवा फ़फू अन्ना।"
- मरहूम के लिए मगफिरत और जन्नत की दुआ करें।
JANAZE ki Namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
आखिर में, हमारी वेबसाइट का मकसद है आपको "जनाज़े की नमाज़ पढ़ने का सही सुन्नी तरीका" और दूसरी तमाम नमाज़ों का सही और मुकम्मल Method समझना।
Solat पढ़ने के बाद क्या करना चाहिए, Salah में कौन-कौन से आयतें पढ़ी जाती हैं, रुकू और सजदे में क्या पढ़ी जाती हैं, सबकी तफ़सील से जिक्र होता है।
आप यहां पूरी Namaaz कैसे पढ़ते हैं, जनाजा Salat का तरीका, और हर रकात के समय के बारे में सही मालूमात पा सकते हैं।
मैं इरफान शेख, आपको ये मालूम फराहम करता हूं ताकि आपकी जिंदगी में दीन और इबादत की रोशनी रहे। Prayer के हर पहलू को सही से समझने और अदा करने के लिए, हमेशा हमारे साथ बने रहें।
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