Magrib ki 4 Rakat Farz namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
आपका इस्तकबाल है हमारे "Magrib ki 3 Rakat Farz namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika" गाइड पर, जहाँ हम सुन्नी परंपरा के मुताबिक Maghrib की Prayer के सही तरीके पर रोशनी डालते हैं।
अगर आप इस्लामी आमाल में नए हैं या अपनी Salah की तारीख को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो इस साइट पर कुरान, हदीस और मज़हबी किताबों से लिए गए साफ़ और आसान method से step-by-step तारीखें बताई गई हैं।
Namaaz के times और नमाज़ को समझने से लेकर तिलावत और रुकू-सजदा की बारीकियों तक, हम आपको हिंदी में यकीन और आसन से समझने की कोशिश करते हैं।
जानियें मगरिब की Salat के हर पहलू को सही methods से अदा करने का अमल और अपनी रूहानी तालुकात को गहरा करने का तरीका।
Magrib ki 3 Rakat Farz namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
नमाज़ का समय:
- मग़रिब नमाज़ का वक़्त सूरज डूबने के बाद शुरू होता है
नमाज़ की तैयारी:
नमाज़ पढ़ने से पहले तैयारी करें:
- जिस्म और कपड़े साफ़ रखें।
- साफ जगह चुनने नमाज पढने के लिए।
नमाज़ की नियत:
- दिल में नियत करें कि "मैं मगरिब की 3 रकात फर्ज नमाज अदा कर रहा हूँ, अल्लाह तआला के लिए।"
- नमाज़ की नियत का तरीका: "नियत करता हूँ मैं मगरिब की 3 रकात फ़र्ज़ नमाज अदा करने की, अल्लाह के लिए, मुँह मेरा काबा-ए-शरीफ के तरफ, पिच इस इमाम , वास्ते अल्लाह ताला के, अल्लाह हु अकबर। "
पहली रकात:
- तकबीर-ए-तहरीमा: दोनों हाथ कान तक उठाकर "अल्लाहु अकबर" कहकर बांध लें।
सना:
- "सुभानकल्लाहुम्मा वा बिहम्दिका, वा तबारकस्मुका, वा ता'आला जद्दुका, वा ला इलाहा ग़यरुका।"
क़िरात:
- सूरह अल-फ़ातिहा और एक और छोटी सूरह पढ़ें।
रुकू (झुकना):
- "अल्लाहु अकबर" कहकर रुकू में जाएं और "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन बार पढ़ें।
क़ौमा (रुकू के बाद खड़ा होना):
- रुकू से उठकर "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" पढ़ें।
सजदा (प्रणाम):
- पहला सजदा: "सुभाना रब्बियाल अला" तीन बार पढ़ें।
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जलसा (बैठने की जगह):
- थोड़ी देर के लिए बैठें।
दूसरा सजदा:
- फिर से "सुभाना रब्बियाल अला" तीन बार पढ़ें।
दूसरी रकात:
तकबीर-ए-तहरीमा:
- "अल्लाहु अकबर" कहकर दूसरी रकात शुरू करें।
सना:
- उसी तरह से पढ़े जैसे पहली रकम में किया था।
क़िरात:
- सूरह अल-फ़ातिहा और एक और छोटी सूरह पढ़ें।
रुकू (झुकना):
- "अल्लाहु अकबर" कहकर रुकू में जाएं और "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन बार पढ़ें।
क़ौमा (रुकू के बाद खड़ा होना):
- रुकू से उठकर "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" पढ़ें।
सजदा (प्रणाम):
पहला सजदा:
- "सुभाना रब्बियाल अला" तीन बार पढ़ें।
जलसा (बैठने की जगह):
- थोड़ी देर के लिए बैठें।
दूसरा सजदा:
- फिर से "सुभाना रब्बियाल अला" तीन बार पढ़ें।
तशह्हुद:
- दूसरी सजदा के बाद बैठें और "अत्तहियात, सलात-ए-इब्राहिम और "रब्बाना अतिना" पढ़ें। पढ़ने के बाद तीसरी रकत के लिए खड़े हो जाए।
तीसरी रकात:
तकबीर-ए-तहरीमा:
- "अल्लाहु अकबर" कहकर तीसरी रकात शुरू करें।
सना:
- उसी तरह से पढ़ें जैसे पहली और दूसरी रकात में किया था।
किरात:
- सूरह अल-फातिहा और एक और छोटी सूरह पढ़ें।
रुकू (झुकना):
- "अल्लाहु अकबर" कहकर रुकू में जाएं और "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन बार पढ़ें।
कौमा (रुकू के बाद खड़े होना):
- रुकू से उठ कर "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" पढ़ें।
सजदा (प्रणाम):
- पहला सजदा: "सुभाना रब्बियाल अ'ला" तीन बार पढ़ें।
- जलसा (बैठने की जगह): थोड़ी देर के लिए बैठें।
- दूसरा सजदा: फिर से "सुभाना रब्बियाल अ' ला" तीन बार पढ़ें।
तशह्हुद:
- तीसरी सजदा के बाद बैठें और "अत्तहियात, सलात-ए-इब्राहिम और "रब्बाना अतिना" पढ़ें।
सलाम (सलाह का समापन):
- अपनी दहीनी तरफ़ से मुँह फेरें और "अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह" पढ़ें, फिर बयानी तरफ़ से।
नमाज के बाद की दुआ:
- नमाज के बाद अपनी दुआएं मांगें और अल्लाह से मगफिरत और हिदायत की दुआ करें।
यह था मगरिब की 3 रकात फर्ज नमाज पढ़ने का सही सुन्नी तरीका। क्या तरीकों को समझने और अमल करने से आप अपनी नमाज़ को सही तरीके से अदा कर सकते हैं।
Magrib ki 4 Rakat Farz namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
इस सफ़र में इल्म और अमल के रास्ते पर सफ़र करते हुए, उम्मीद है कि आप Maghrib की नमाज़ को सुन्नी तरीक़े से अदा करके सुकून और पूरी सुकून हासिल करेंगे। याद रहे, Solat सिर्फ एक अमल नहीं बल्कि ईमान और अल्लाह की इबादत का एक गहरा इज़हार है। चाहे मगरिब हो या कोई और Namaaz , हमारी साइट आपके इल्म की तलाश और रूहानी तरबियत में आपका साथ देती है। और जैसा कहते हैं, "जो सीखने की कोशिश करता है, वो अल्लाह की मदद में होता है।" आगे भी हमारे नए अपडेट और नमाज़ की मजीद महारत के लिए जुड़े रहें। अल्लाह आपकी हर Salah को कुबूल फरमाए और आपको हिदायत दे।
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